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फ़रवरी, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मेरे सिवा किसी और से प्यार करने लगोगी

मेरे सिवा किसी और से प्यार करने लगोगी मैं बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगा कैसे समझाऊं तुम जान हो मेरी यह सच कह रहा हूं जिंदा ना रह पाऊंगा

न जाने क्यों मुझसे नफरत करने लगी है

न जाने क्यों मुझसे नफरत करने लगी है उसकी तीखी बात को सुनकर निराश हो जाता हूं आजकल उसके बदले हुए रूप को देखता हूं भरोसा नहीं होता उसको क्या हो गया है

मैं चढ़ता रहा मोहब्बत की सीढ़ियों से

मैं चढ़ता रहा मोहब्बत की सीढ़ियों से मंजिल कितनी दूर है आज तक समझ नहीं पाया वह इशारे कर के बुलाती  रही यूं ही चलते चलते वर्षों गुजर गया मंजिल कितनी दूर है आज तक समझ नहीं पाया

मेरे दिल के चप्पे-चप्पे पर रहता है

मेरे दिल के चप्पे-चप्पे पर रहता है उनका पहरा कभी बिगड़ना चाहूं तो उनके डर से मैं लौट जाता हूं क्या बतलाए यार अपने घर की रूखी सूखी खाते है