हिंदी शायरी | Hindi shayari |love shayari | shayari Sangrah
तुम्हारी ख्वाबों खयालों में जीना चाहता हूं इन नशीली आंखों से जाम हर पल पीना चाहता हूं चाहे कोई भी मुश्किल हो अपनी नजरों से दूर मत करना तुझ में सच्चे हमसफर का सभी गुण देखना चाहता हूं
तुम्हारी मोहब्बत ने सब कुछ दिया है मैंने चाहतों की तरह जिंदगी जिया है अब कोई कमी रहती नहीं है हर मंजर से जन्नत का एहसास होता है
अकेले में मन लगता नहीं है करीब होने का प्रयास जारी है बहुत जल्दी एक दूजे में ढल जाएंगे सभी ख्वाहिश से पूरी हो जाएगी चोरी चोरी छुप छुप कर प्यार जारी है